दही भल्ले क्या हैं?
दही भल्ले, जिन्हें दही वड़ा भी कहा जाता है, भारतीय स्ट्रीट फूड और घरेलू नाश्ते का एक अनमोल हिस्सा हैं। नरम और स्पंजी उड़द दाल के भल्ले, ठंडी और मलाईदार दही में डूबे हुए, और ऊपर से चटपटी चटनी और मसालों का तड़का – ये हर खाने के शौकीन का दिल जीत लेता है। चाहे गर्मी का मौसम हो या किसी खास मौके की दावत, दही भल्ले हर बार स्वाद का जादू बिखेरते हैं। इस ब्लॉग में हम दही भल्ले की रेसिपी, इसका इतिहास, और कुछ खास टिप्स साझा करेंगे ताकि आप घर पर इसे आसानी से बना सकें। आओ जानते है आगे…………..

अवध से जुड़ा दही भले का इतिहास
दही भल्ले की उत्पत्ति भारत में हुई, और यह उत्तर भारत, खासकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बेहद लोकप्रिय है। ऐसा माना जाता है कि यह व्यंजन सैकड़ों साल पुराना है और इसका जिक्र प्राचीन भारतीय ग्रंथों में भी मिलता है। दही और दाल का मिश्रण न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह पाचन के लिए भी लाभकारी माना जाता है। समय के साथ, दही भल्ले ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने अनूठे स्वाद और विविधताओं के साथ जगह बनाई।
सामग्री (4लोगो के लिए)
वड़े के लिए:
1 कप धुली उड़द दाल
1/4 कप मूंग दाल (धुली हुई, वैकल्पिक)
नमक स्वाद अनुसार
1/2 चम्मच अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
थोड़ा सा हरा धनिया
तेल (तलने के लिए)
दही के लिए:
2 कप गाढ़ा ताजा दही (फेंटा हुआ)
1/2 चम्मच भुना हुआ जीरा पाउडर
1/2 चम्मच काला नमक
1 चुटकी लाल मिर्च पाउडर
स्वाद अनुसार शक्कर (optional)
टॉपिंग के लिए:
इमली की मीठी चटनी
हरी धनिया की तीखी चटनी
अनार के दाने
बारीक सेव
बारीक कटा हरा धनिया

दही भल्ले बनाने की विधि:
1. उड़द दाल
दाल को 5-6 घंटे भिगो कर रखें। फिर पानी न डालते हुए पीसें। मिश्रण को अच्छी तरह फेंटें ताकि उसमें हल्कापन आए।
2. वड़े तलना:
एक कढ़ाई में तेल गर्म करें। एक चम्मच से दाल का मिश्रण तेल में डालें और सुनहरा होने तक तलें। तले हुए वड़ों को गर्म पानी में 15-20 मिनट के लिए भिगो दें।
3. दही तैयार करें:
दही को फेंटें और उसमें थोड़ा नमक, काला नमक, शक्कर और भुना जीरा पाउडर डालें।
4. वड़े निचोड़ें:
भीगे हुए वड़ों को हल्के हाथ से दबाकर पानी निकालें और सर्विंग प्लेट में रखें।
5. सर्विंग स्टाइल:
वड़ों पर दही डालें, फिर चटनियाँ, मसाले, अनार, सेव और हरा धनिया छिड़कें।

खास बाते ( Tips):
दाल को पीसते समय बिलकुल भी पानी ना डालें। इससे वड़े हल्के और फूले-फूले बनेंगे।
दही हमेशा फ्रेश और ठंडी होनी चाहिए।
वड़ों को जितनी देर पानी में भिगोएंगे, उतने ही मुलायम बनेंगे।
बच्चों को परोसते वक्त तीखी चटनी की मात्रा कम रखें।
इसलिए दही भल्ले खास है
1. स्वाद और पोषण का कॉम्बो: दही भल्ले स्वाद में जबरदस्त होते हैं और दही से मिलने वाला प्रोबायोटिक हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है।
2. हर मौके के लिए फिट: चाहे त्योहार हो, गर्मी की दोपहर या हल्की भूख – दही भल्ले हर समय सही लगते हैं।
3. सस्ती और हेल्दी स्ट्रीट फूड: बाहर मिलने वाली कई डिशेज के मुकाबले दही भल्ले कम ऑयली और ज्यादा हेल्दी होते हैं।
4. शादी बारात में: शादी बारात का मौका हो या फिर कोई उत्सव दही बल्ले हर जगह फिट बैठता है।
दही भल्ले सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं। इन्हें बनाना जितना आसान है, उतना ही दिलचस्प है इनका स्वाद लेना। अगली बार जब आप कुछ खास बनाने का सोचें, तो दही भल्ले ज़रूर ट्राय करें।