चना सत्तू क्या है और कैसे बनाया जाता है:
सत्तू की उत्पत्ति मगध क्षेत्र से हुई मानी जाती है। सत्तू बनाने की प्रक्रिया प्राचीन काल से है। बिहार, उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के बड़े क्षेत्र में सत्तू खाया जाता है। तेलंगाना में भी सत्तू बहुत प्रसिद्ध है। चना का सत्तू भूने हुए काले चनों को पीसकर बनाया जाता है। यह उत्तर भारत और बिहार का पारंपरिक पेय है जो गर्मी में शरीर को ठंडक और ऊर्जा देता है। सत्तू को “गरीबों का प्रोटीन” भी कहा जाता है क्योंकि इसमें भरपूर पोषण होता है और यह आसानी से उपलब्ध किया जा सकता है,

चना सत्तू के जबरदस्त 10 फायदे,
👉 सत्तू का घोल बना कर या आटा की तरह भूरभूरा सान कर पीया या खाया जाता है, आप इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें स्वादानुसार काला नमक या साधारण नमक मिलाए, आप आवश्यकता अनुसार बारीक कटी हुई प्याज और हरी मिर्च भी मिला सकते हैं।
👉 चने के सत्तू का प्रयोग बिहार का प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी बनाने के लिए भी किया जाता है, वैसे तो मुख्यत: लिट्टी चना के सत्तू से बनता है लेकिन यह जौ या मक्का के सत्तू से भी बनाया जा सकता है।
1. एनर्जी बूस्टर:
सत्तू में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है, जिससे दिनभर एनर्जी बनी रहती है।
2. गर्मी में ठंडक पहुंचाता है:
शरीर का तापमान कम करता है और लू से बचाता है।
3. पाचन शक्ति सुधारता है:
कब्ज, गैस और एसिडिटी में राहत देता है।
4. डायबिटीज में उपयोगी:
सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ता।
5. वजन घटाने में सहायक:
पेट लंबे समय तक भरा रहता है जिससे ओवरईटिंग नहीं होती।
6. कैल्शियम और आयरन का स्रोत:
हड्डियों और खून के लिए फायदेमंद।
7. स्किन और बालों के लिए अच्छा:
इसमें मौजूद मिनरल्स त्वचा में निखार लाते हैं।
8. किडनी और लीवर को डिटॉक्स करता है:
शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकालता है।
9. जिम करने वालों के लिए परफेक्ट:
नेचुरल प्रोटीन सप्लीमेंट की तरह काम करता है।
10. कम बजट में सुपरफूड:
बाजार से सस्ता और घर में आसानी से बनता है।

सत्तू पीने का तरीका
1. सत्तू शरबत (नमकीन):
2 चम्मच सत्तू
1 गिलास ठंडा पानी
1 नींबू का रस
काला नमक + भुना जीरा
खाली पेट सुबह पिएं – पेट ठंडा और हल्का रहेगा।
2. मीठा सत्तू ड्रिंक:
सत्तू + ठंडा पानी + गुड़/शहद
स्वाद के लिए इलायची पाउडर
3. सत्तू पराठा:
सत्तू + प्याज़ + धनिया + नमक + मिर्च मिलाकर आटे में भरकर पराठा बनाएं।
4. सत्तू लड्डू (बच्चों के लिए):
सत्तू + गुड़ + देसी घी
छोटे-छोटे लड्डू बनाकर टिफिन में दें
कैसे बनाएं? घर पर सत्तू,
1. काले चने को अच्छे से भून लें (हलका सा धुंआ आने तक)।
2. ठंडा होने पर इन्हें मिक्सर में पीस लें।
3. छानकर एयरटाइट डिब्बे में भरकर रखें।
👉अब आपका देसी प्रोटीन सत्तू तैयार है!

सावधानियाँ- (चना सत्तू सेवन की)
1 ज्यादा सत्तू लेने से कुछ लोगों को पेट फूलना या गैस की समस्या हो सकती है।
2 जिन्हें किडनी की गंभीर समस्या हो, वे डॉक्टर से पूछकर ही लें।
3 ठंडी प्रकृति वालों को सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
‘चना का सत्तू एक सस्ता, देसी और सुपरहेल्दी विकल्प है जिसे हर कोई अपने डेली रूटीन में शामिल कर सकता है। चाहे गर्मी से बचना हो, वजन घटाना हो या एनर्जी चाहिए सत्तू हर जगह फिट बैठता है।‘